SSD क्या है और इसके Types, Benefits को जानिए – What is SSD in Hindi?

आज हम एक ऐसी storge device के बारे में बात करने बाले है जो आज के समय में सभी computer system में इस्तेमाल हो रहा है। जी हाँ दोस्तों आप सेही समझे हो आज हम SSD के बारे में बात करेंगे और जानेंगे – SSD क्या है – What is SSD in Hindi, SSD के प्रकार, SSD कैसे काम करता है, SSD के benefit’s, SSD के नुकसान, दुनिया के सबसे बेहतरीन SSD Company, SSD और HDD मे अंतर क्या है, etc. तो चलिए बिना किसी देर के शुरू करते है –

SSD क्या है – What is SSD in Hindi?

SSD computer पर इस्तेमाल होने बाली एक new generation की storage Device है, जो hard disk की तरह non-volatile होता है। मतलब इसमे जो डाटा रहती है बह डाटा permanently based पर store रहती है। SSD के अंदर कोई भी mechanical parts नहीं होता है इसलिए इसका speed हार्ड डिस्क से ज्यादा होता है। SSD की डाटाको read और write करने की speed- 520 MBps से लेकर 550MBps तक होती है। SSD डाटा को Store करने के लिए NAND flash memory का इस्तेमाल करते है।

SSD का जो main advantage है बह उसकी Performance और speed है। आपके जानकारी के लिए एक बात बता देता हूँ SSD का इस्तेमाल सिर्फ Operating system और उसमे चलने बाली software को रखने के लिए किया जाता है। अगर इसको आप storage device की तरह इस्तेमाल करते हो तो कोई फायदा नहीं मिलेगा।

1950 मे इस technology (means SSD) का शुरूयत हो गया था। किन्तु उस समय मे SSD की price बहुत ज्यादा होता था बह Normal user के लिए खरीदना possible नहीं था। इसलिए उस समय SSD का use सिर्फ high-end super computers पर किया जाता था। किन्तु 1990 के बाद जब SSD का price कम होने लगे तब Normal user इस storage Device को आपने system में इस्तेमाल करना start किया। अभी भी इसका price HDD के तुलना मे जादा होता है।

SSD के फूल फर्म क्या है – SSD Full Form in Hindi

SSD (एसएसडी) का full form है – Solid State Drive

SSD के प्रकार – Types of SSD in Hindi?

आज के समय market में तरह तरह के SSD देखने को मिलता है, आप अगर सही तरह से उन सब SSD के types के बारे में नहीं जानते हो तो आप तकलीफ में पढ़ सकते है। इसलिए आप SSD के इन सब types के बारे में अच्छी तरह से जान लीजिए।

SATA SSD क्या है – SATA SSD kya hota hai ?

Market जो common types के SSD ज्यादा देखने को मिलता है बह है 2.5 inch from factor बाली SSD। जिसको SATA SSD कहा जाता है। मतलब जिस ports से Hard disk का connection motherboard से रहता है बही port का इस्तेमाल SATA SSD भी करता है। किन्तु इसका speed HDD से काफी गुना ज्यादा होता है। इसका speed 600 Mbps. होता है। normal computer में इस types के SSD easily support कर जाता है। आपके जानकारी के लिए बता देता हूँ इस SSD internally SATA ports के जरिए डाटा transfer करते है। और इसका protocol types है AHCI

M.2 SSD क्या है – what is SSD in laptop in Hindi

इस SSD का size 22 nanometer होता है जो RAM की तरह दिखता है। आप जानते हो laptop compact होता है इसलिए इस SSD को सिर्फ laptop के लिए बनाया गया है। जो laptop में आसनिसे fit हो सके। इसका speed भी SATA SSD की तरह होता है मतलव 600 Mbps। इस types के SSD को motherboard में attach या लगाने के लिए एक अलगसा ports रहता है जिसको M.2 ports कहा जाता है। और इस SSD भी internally SATA ports के जरिए डाटा transfer करते है। और इसका protocol types है AHCI

M.2 PCIe SSD क्या है – M.2 PCIe SSD in Hindi?

M.2 SSD और M.2 PCIe SSD दिखेमे same होता है, आप बाहर से देख कर इसको पेहचन नहीं पाओगे। इस दो SSD सिर्फ एक ही तरीकों से पेहचना जाता है और बह है उसकी name। मतलब SSD में दी गई उसकी name में साफ लिखा होगा की इस SSD कहां पर इस्तेमाल होगा। और इस SSD को motherboard में attach या लगाने के लिए एक अलगसा ports रहता है जिसको M.2 ports कहा जाता है।

इस SSD internally डाटा transfer करने के लिए PCIe slot के दो lanes (PCIe gen 3*2) को इस्तेमाल करते है इसलिए SSD का speed SATA SSD से ज्यादा होता है। इस SSD का maximum speed 2 gbps होता है। और इसका protocol types है AHCI

 SSD in Hindi

NVMe SSD क्या है – NVMe SSD in Hindi?

आज के समय में जो latest SSD का types market में आया है बह है M.2 NVMe SSD। यह भी RAM की तरह दिखते है और M.2 ports पर ही attach होता है। किन्तु ऊपर की M.2 SSD में आपने देखा के SSD internally डाटा transfer करने के लिए PCIe slot के दो lanes इस्तेमाल कर रहे थे किन्तु इस M.2 NVMe SSD PCIe slot के चार lanes का इस्तेमाल करते है। इसलिए इस SSD speed M.2 PCIe SSD से ज्यादा होता है। इस SSD का maximum speed है 4 gbps। और और इसका protocol types है NVME (nonvolatile memory express) ।

nvme-m.2-ssd in Hindi
Related Notes –

SSD कैसे काम करता है – How do SSDs work in Hindi?

जैसे कि हमने पहले ही जाना है SSD में डाटा को Store करने के लिए कोई तरह के mechanical parts नहीं रहता है। इसमें डाटा को Store करने लिए NAND flash memory का इस्तेमाल किया जाता है। NAND flash क्या है इसके बारे में थोरा सा चर्चा कर लेते है। देखिए दोस्तों NAND flash memory एक तरह के electronic storage device है, जिसमे डाटा को store किया जाता है electronic signal के मदद से। मतलब जब कोई bit (1) को store करनी हो तब इसमें electric charge supply दिया जाता है और जब bit (0) को store करनी हो तो electric charge supply नही दिया जाता है।

ssd in Hindi

इस तरह के बहुत NAND flash chip से SSD बनती है। SSD में इस nand flash chip तीन प्रकार के होते हैं। single-, multi- and triple-level cells. Single level chip कोई छोटे डाटा amount को read और write करने के लिए capable होता है। और इस chip का speed बाकी दो NAND flash chip से ज्यादा होता है और महंगा भी होता है।

Multi level chip medium डाटा amount को read और write करने के लिए capable होता है। इस chip का speed थोड़ा slow है single level chip से। Triple level chip बड़े डाटा amount को read और write करने के लिए capable होता है। और इसका speed सबसे slow होता है।

इसलिए SSD का इस्तेमाल operating system और और उस में इस्तेमाल होने वाली software को रखने के लिए किया जाता है। क्योंकि operating system और software का जो files sizes रहता है वह छोटा रहता है। और उसको SSD उस डाटा को read करके जल्दी os को run करते हैं।

SSD के benefit’s – Major features of SSD in Hindi?

  • Faster read/write speeds – SSDs कोई भी files को easily and quickly read और write करने के लिए capable होता है।
  • कम booting times और better performance – SSD में कोई तरह के mechanical parts present नहीं रहने के लिए इसका speed hard disk से कही गुना ज्यादा होता है। और इसी के कारण से SSD Quicker boot times और better performance दे पता है।
  • Durability – SSD अधिक shock-resistant होते हैं जिसके कारण यह कम heat produced करता है। और हम जानते है जो चीज कम heat produced करता है बह ज्यादा दिन टिकता है। इसी लिए HDD की तुलना में SSD ज्यादा दिन टिकता है।
  • Power consumption – SSD का Power consumption बहुत कम है। मतलब SSD कम Power में भी operate हो जाता है। SSD power consuming करता है सिर्फ 2-5 watt।
  • Quieter – SSD मे कोई moving parts न होने के कारण से इसमे कोई sound पैदा नहीं होती है।
  • System booting time – System को boot करने मे SSD समय लेता है सिर्फ 10-15 seconds।

SSD के नुकसान – Disadvantages of SSD in Hindi?

  • Cost. cost मामले में SSD बहुत expensive है HDD के मुकाबले।
  • Life expectancy. SSD के और एक disadvantage है के SSD में written value set करके दिया जाता है। written value जब खतम हो जाता है तब SSD life खतम होता जाता है। मतलब हर SSD में TBW (total bytes written) लिखा हुआ रहता है। For example – 240 gb SSD में TBW value 80TB रहता है। मतलब उस SSD में user 80TB डाटा को write कर सकता है। और user अगर 3 years में बह डाटा write कर देता है उसके बाद SSD life खतम होता जाता है।
  • Performance. write cycles की number कम होने की बजह से समय के साथ साथ SSD की performance कम हो जाता है।
  • Storage options. cost की कारण से SSD smaller sizes में बिकती है।
  • Data recovery. Time को save करने के लिए SSD को बनाया गया है। मतलब कंप्युटर को on करने में, डाटा को read और write करने में SSD कम बक्त लेता है। किन्तु इसके चलते SSD में जो डाटा रहता है बह unsafe होता है क्यूँकी SSD अगर corrupts हो जाए तो उसमें जो data रहता है बह सारे के सारे damaged हो जाता है और इस डाटा को recover करना भी next to impossible हो जाता है।

दुनिया के सबसे बेहतरीन SSD Company – Top 6 SSD company in the World

दुनिया के सबसे बेहतरीन SSD manufacturing company’s का नाम नीच में दी गई है –

  1. Western Digital Corp (WD)
  2. Seagate Technology
  3. Crucial
  4. Samsung
  5. Intel
  6. Kingston Technology

SSD के price – SSD price

आज के समय (मतलब सन 2022) में SSD के price –

  1. ZEBRONICS ZEB-SD12 120GB – 1200
  2. WD Blue 240GB 2.5-inch Internal SSD – 2200
  3. Crucial 500GB 2.5-inch का rate – 2700
  4. Western Digital WD Blue 1TB – 7500

एसएसडी और हार्ड ड्राइव में क्या अंतर है – HDD VS SSD in Hindi

आज के समय मे SSHD उतना popular नहीं हुआ। इस समय मे जो जो storage device popular है बह है HDD और SDD। इन दो storage device मे से आपको कौनसा storage device लेना चाहिए ? कौनसा storage device आपके लिए सही होगा बह आज इस notes के जरिए आपको बताऊँगा। चलिए SSD और HDD मे क्या क्या अंतर है देख लेते है- (Difference between SSD & HDD in Hindi)

TopicSSD (Solid State Drive)HDD (Hard Disk Drive)
Access TimeSSD की access time है 0.1 ms (microseconds )।HDD की access time है 5.5-8.5 ms।
PerformanceSSD की Performance HDD से 15 गुना ज्यादा होती है। इसकी performance 6000 io/s (Input/output operations per second)।दूसरी तरफ HDD की Performance 400 io/s है।
Reliabilityडाटा को read/write के दौरान SSD की failure rate न के बराबर है। (less then 0.5% है )दूसरी तरफ डाटा को read/write के दौरान HDD की failure rate 2-5% है।
Energy SavingSSD power consuming करता है 2-5 watt।HDD power consuming करता है 5-15 watt
CPU PowerSSD CPU से बहुत कम power लेता है average 1%।HDD CPU से power लेता है average 7%।
Input/output request timeInput/output device से SSD पर जब भी कोई request आता है, उस request को SSD 20 ms के अंदर solve/fulfil कर देता है।दूसरी तरफ HDD उस request को solve/fulfil करने मे समय लेता है 400-500 ms।
Costइसकी Cost ज्यादा होती है HDD के मुकाबले।HDD की cost कम होती है।
NoiseSSD मे कोई moving parts न होने के कारण इसमें कोई sound पैदा नहीं होती।HDD मे moving parts होने के कारण इसमे sound (30 dba) पैदा होती है।
Capacityज्यादा capacity वाली storage नहीं बनायीं जाती।ये बहुत ही ज्यादा capacity वाली बनायीं जाती हैं और इस्तमाल में भी आता है।
Life extensity/Failure Rateएक SSD की Life extensity 10 years है। (2.0 million hours)इसकी Life extensity 5 years है। (1 million hours)
System booting timeSystem को boot करने मे SSD समय लेता है 10-15 seconds।दूसरी तरफ HDD system को boot करने मे समय लेता है 40- 60 seconds।
File opening speedकोई भी File को SSD 30% faster Open करता है HDD की तुलना में।कोई भी File को Open करने मे HDD बहुत time लेता है।

Conclusion

उम्मीद करता हूँ, आप SSD क्या है और इसके Types, Benefits को जानिए? इस notes को पूरा पढ़ने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है. और एक बात आपको अगर किसी भी topic पर जानकारी चाहिए,जो अभी तक मैंने cover नहीं की तो आप नीच में comment करके बह topic बता सकते हो। आपका topic clear करने की मैं पूरा कोशिश करूंगा।

Avik Ghara

मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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