वर्तमान युग में हम सब ने internet का आच्छा खासा इस्तेमाल करते है। और हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग भी बन गेया है इस Internet। मतलब कोई चीजोको Download करना हो, shopping करना हो या game खेलना हो सभी जगह पर हम internet का इस्तेमाल करते है। आज के समय में ऐसा कोई Office नहीं जहां पर Internet का use नहीं होता। आज हम internet का इतना use कर रहे है क्या आप जानते है इस internet का शुरुआत कहांसे हुआ? चलिए आज जान लेते है – इंटरनेट का इतिहास – HISTORY OF INTERNET IN HINDI?
इंटरनेट क्या है – What is Internet in Hindi ?
इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है, जो दुनिया भर के सभी computing devices को एकसाथ जोरने और उनके बीच communication established कराने का काम करता है। इस internet की बजह से ही किसी भी information को access, किसी भी persons से सम्बन्ध और किसी को भी recourse share etc. जैसी कामों को करना possible हो पा रहा है।
इंटरनेट का परिचय – History of Internet in Hindi?
इंटरनेट क्या है सायद आपको समझ मे आ गेआ है। अब हम जानेंगे internet की इतिहास। तो चलिए दोस्तों, internet को किसने बनाया और कौनसी situation में बनाया गेआ है उसको जान लेते है।
देखिए दोस्तों, Internet आबिस्कार होने की Main reason थी Cold War (1947–1991)। Cold War के समय Russia और America दो महा शक्तिशाली देश थे। और उस समय दोनों ही country पूरे world मे आपना दबदबा कायम करना चाहते थे। और इसी कारण के लिए दोनों country एक दूसरे के दुश्मन बन गई। और एक दूसरे के ऊपर आक्रमण करने की plan करने लगे।
किन्तु उस समय दो country की मन एक ही भय था बह है परमाणु हमला। Because Internet के आगमन से पहले एक country का सभी important data एक ही क्रेंद्र से distribute होता था। मान लीजिए उस क्रेंद्र पर अगर विपक्षी देश परमाणु हमला कर देता है तो उस देश का सभी important data नष्ट हो जाएगा और सबसे बड़ी बात उस देश अचल हो जाएगा। इस समस्या से मुक्त होने के लिए खास कर America इसके स्थायी समाधान की तलाश करने लगे।
1962 मे M.I.T & ARPA के एक scientist उसका नाम है J.C.R. Licklider, उसने इस समस्या के समाधान का प्रस्ताव दिया। उसने बोला डाटा को send करने के लिए हम Computer का इस्तेमाल कर सकते है और कंप्यूटर “galactic network” के जरिए एक दूसरे से बात कर सकते है मतलब Internet के जरिए.
और इस galactic network को आपनाते हुए America आपने सभी महत्वपूर्ण केंद्र के (मतलब military, parliament etc.) computer को underground wire के जरिए जूक्त किया और इसी तरह एक Network create हुआ। और उसी Network के जरिए एक Computer से दूसरी Computer मे डाटा Send करना Possible हुआ और उस डट transfer की Process को Packet Switching कहा जाता था। network Established होने के बाद डाटा send करने के लिए कोई centralize केंद्र नहीं था और America के मन में परमाणु हमला के कोई भय भी नहीं था। इस तरह internet का शुरुआत हुआ।
यह भी पढे – Related Notes
- NETWORK क्या है और कितने प्रकारके होते है – WHAT IS NETWORK IN HINDI
- IP ADDRESS क्या है – WHAT IS IP ADDRESS IN HINDI और उसके प्रकार?
- TOPOLOGY क्या है ( TOPOLOGY IN HINDI) और उसके प्रकार
- ROUTER क्या है और काम कैसे करता है- WHAT IS A ROUTER IN HINDI
- PROTOCOL क्या है और कितने प्रकारके होते है- WHAT IS PROTOCOL IN HINDI
- NETWORK DEVICES IN HINDI- ROUTER, MODEM, SWITCH, REPEATER
- VPN क्या है और कैसे काम करता है ? WHAT IS VPN IN HINDI
Internet का विकाश -Development of internet in Hindi?
जब internet का फायदा मिलने लगे तब America इसी तरह Wire के जरिए सभी सरकारी बिभाग के Computer को जूक्त किया। और उस समय इस पूरा internet को Control करते थे America के Defense, ARPANET(Advanced Research Projects Agency Network)। 1960-1970 मे पूरे World मे सिर्फ America ही internet का use करते थे। जब internet का advantages बाकी सारे country समझने लगे तब बाकी देशो ने इसी internet का Demand America से करने लगे। और America भी इस internet को Distribute करना शुरू किया।
किन्तु 1960-70 मे जो internet था उसमे दो major Problem थी – एक, उस समय की internet बहुत Device dependent थी और दूसरा, Data को एक जगह से दूसरी जगह send करने के समय डाटा loss होने की संभावना रहती थी।
Device dependent का मतलब आपको अगर basic Way मे समझा हू तो आप ऐसे समझिए HP का Laptop सिर्फ HP के साथ Communicate कर सकता है बह Dell के साथ Communicate नहीं कर सकता। यानि एक मसला था उस जमाने मे की सभी जगह के Network Device Same होना चाहिए।
और उस दो मेजर प्रॉब्लम को solve करने के लिए दो बड़े बड़े कंपनी को इसका दायित्व भार सौंपा गया । इस दो company का नाम था ISO (International Organization for Standardization) और DOD (Department of Defense -US government)। और दो company individually इसी के ऊपर Research करने लगे।
इस दो company ऐसा एक Model बना रहे थे जिस model पूरे दुनिया आपने system मे इस्तेमाल कर सके। लंबे समय तक Research करनेके बाद 1980-1985 के बीच ISO company ने OSI Model और America के Defense ने TCP/IP Model बनाया। और हम जानते है आज के समय मे TCP/IP Model पूरे internet मे इस्तेमाल हो रही है।
आपके मन मे यह सवाल आया होगा OSI Model और TCP/IP Model मे से किउ TCP/IP Model को internet मे इस्तेमाल किया जा रहा है? देखिए दोस्तों ISO company ने OSI Model को बनाने के समय Paper Work पर ज्यादा Focused किया मतलब Theory मे ज्यादा Focused किया। Practically इस model को internet मे कैसे implement करना है उस चीज को Focused नहीं किया। और दूसरी तरफ America के Defense ने TCP/IP Model को Practically कैसे Implement करना है internet पर उसके ऊपर ज्यादा Focused किया Theory पर नहीं। इसलिए TCP/IP Model आज के समय मे पूरे internet पर इस्तेमाल हो रही है।
TCP/IP Model internet मे implement होने के बाद उस समय की internet मे जो दो problem थी बह problem पूरी तरह से मीट चुकी थी। और हम सबने जानते है इस समय की इंटरनेट में कोई device dependent की चीज नहीं है और डाटा lose भी नहीं होती है।
ISO company ने OSI Model को बनाने के समय Theory पर ज्यादा Focused किया इसमे एक फायदा हुआ, आपको अगर पूरे internet कैसे काम कर रही है, TCP/IP Model कैसे काम कर रही है, या Internet मे डाटा एक जगह से दूसरी जगह कैसे Transfer हो रहा है बह जानना है तो आपको OSI Model को परना ही होगा। इसमे एक एक चीज Details मे Explain किया गेया है। internet मे OSI Model को Reference Model के रूप मे इस्तेमाल किया जाता है।
आपको अगर OSI और TCP/IP model को पूरी तरह से जानना है तो इस दो notes को follow करो-
यह भी सवाल पूछे जाते है – People also ask
इंटरनेट के माध्यम से वार्तालाप करना क्या कहलाता है?
इंटरनेट के माध्यम से वार्तालाप करने को चैटिंग (chatting) कहलाता है। अगर इसको technically कहे तो “informal conversation” कहलाता है।
इंटरनेट का पुराना नाम क्या है – The old name of Internet in Hindi?
इंटरनेट का पुराना नाम है the ARPANET(Advanced Research Projects Agency Network)। 1960 से लेकर 1983 सन तक internet को the ARPANET नाम से पुकारा जाता था। क्योंकि उस समय पूरा इंटरनेट को America control कर रहे थे। और इस the ARPANET America के एक संस्था थे। इसलिए उस समय internet का नाम था the ARPANET।
इंटरनेट का जन्म कब हुआ या इंटरनेट का प्रथम बार कब प्रयोग हुआ?
पूरे world मे internet का प्रथम बार प्रयोग हुआ January 1, 1983 मे। क्यूंकी इस 1983 मे ही TCP model को इंटरनेट मे implement किया देआ था।
भारत मे इंटरनेट का प्रथम बार कब प्रयोग हुआ?
भारत मे इंटरनेट का प्रथम बार प्रयोग हुआ – 15 August 1995 मे।
इंटरनेट का आविष्कार किसने किया या इंटरनेट के फाउंडर कौन है? – who invented the internet In Hindi?
ईस TCP/IP Model आज पूरे Internet पर इस्तेमाल हो रही है। और पिछले बाले Internet की सभी problem को पूरी तरह से मिटा दिया इस TCP/IP Model ने। इस model को बनाने मे दो इन्सान की भूमिका महत्वपूर्ण है। उस दो इन्सान का नाम है Vint Cerf and Bob Kahn। इसलिए इस दो इन्सान को Father Of Internet कहा जाता है।
इंटरनेट को कौन नियंत्रित करता है – Who control internet in Hindi?
1990 मे जब सब कुछ शांत हो चुका था तव America के Government इस Internet को आपने पास नहीं रखके Worldwide में distribute कर दिये थे । आज के समय मे इस पूरे internet को control कर रही ICANN (The Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) नामक एक संस्था। इस संस्था पूरी तरह से Independent है, कोई Country इसे Control नहीं कर रही है।
Conclusion
उम्मीद करता हूँ, आप इंटरनेट का इतिहास – History of Internet in Hindi? इस notes को पूरा पढ़ने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है. और एक बात आपको अगर किसी भी topic पर जानकारी चाहिए,जो अभी तक मैंने cover नहीं की तो आप नीच में comment करके बह topic बता सकते हो। आपका topic clear करने की मैं पूरा कोशिश करूंगा।
मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।