टाइम शेरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम – Time Sharing Operating System in Hindi ?

दोस्तों Operating system की नाम को सुनते ही जो हम सब के मन में पहले आता है बह Windows Operating system, मतलब Windows 7, Windows 10, Windows 11। लेकिन ईन सब OS एक अलग category में परता है और बह category का नाम है – Multi Programming Operating system । और आज हम एक नई OS category के बारे में बात करेंगे बह के Time Sharing Operating System।

और जानेंगे – इस Operating System क्या है, इसका examples, इस OS कैसे काम करता है, इसका features, इसका Advantage और disadvantages, और इस OS कहां पर इस्तेमाल होता है, etc. तो चलिए शुरू करते है।

टाइम शेरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है – What is Time Sharing Operating System in Hindi?

Time Sharing Operating System एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कई सारे users को एक साथ काम करने की सुविधा प्रदान करता है। इसका मुख्य लक्ष्य होता है Response time कम करना। मतलब इस OS के क्या करता है इसके पास जब multiple users आ जाता है तब इस OS multiple users को काम करने के लिए एक समयांतराल time set कर देता है। और उस time तक users अपना काम करता है और फिर जब बह time खतम हो जाता है तब automatically next user के पास चला जाता है। यह users को उचित resource utilization और interactivity करने की अनुमति देता है।

Related Notes –

Example of Time-Sharing Operating System

Time-Sharing Operating Systems का कुछ example नीच में दी गई है- 

  1. Multics
  2. Unix
  3. Linux
  4. TOPS-10 (DEC)
  5. TOPS-20 (DEC) etc.

कैसे काम करता है इस operating system – Working of Time-Sharing Operating System in Hindi

Multi Programming Operating system की तरह ही होता है Time-Sharing Operating Systems। यह भी Multiple Program या task को RAM में load करता है। और उसके बाद उस task को processor के पास भेजता है। किन्तु इस Operating Systems main Focused रहता है response time को कम करना। मतलब Multi Programming Operating system ने हमने देखा CPU एक के बाद एक instruction या task को process करता था उसमे last task का turn काफी time के बाद आता था। मतलब last task की response time बहुत बढ़ जाता था ।

But इस OS मे ऐसा नहीं करता है। इस Time-Sharing OS हर Program या task को process करने के लिए CPU को एक limited time set कर देता है, मान लीजिए 1 min। 1 minute के बाद CPU आपने आप ही next user की task को पूरा करने में चला जाएगा। मतलब अगर इस OS के पास मे 6 users (T1,T2,T3,T4,T5,T6) आ जाता है। उन हर एक users को आप task process करने के लिए इस OS CPU को एक limited time set कर देता है।

मान लीजिए CPU T1 को Process कर रहा है । कुछ time के लिए ही CPU T1 को Process करेगा, जैसे ही बह time खतम हो जाएगा CPU T2 को Process करने चला जाएगा। इसी तरह T3,T4,T5,T6 को कुछ कुछ time के लिए execute करेगा। इस short time मे अगर कोई Task complete हो जाता है तो अच्छा है, नहीं तो CPU last task के बाद फिरसे first task मे जाएगा। और इसी तरह CPU फिरसे T2,T3,T4,T5,T6 को short time के लिए Process करेगा। इस process तब तक चलेगा जब तक सभी task complete ना हो जाए।

इस OS के तीन महत्वपूर्ण State के बारे में जानिए – Three Important States of the Time Sharing Operating System in Hindi

तो अब हम समझेंगे इस OS के तीन important state के बारे में जिसको समझना बहुत आसान है। तो चलिए देख लेते है –

Types of Operating System in Hindi
  1. Active State – जिस user CPU के साथ directly communicate करता है उस user को Active State कहा जाता है। for example – ऊपर की image active state user है user 5
  2. Ready State – उसी तरह से जो user के बारी next में आएगा उस user को Ready state कहा जाएगा। for example – ऊपर की इमेज में ready state user है – user 6.
  3. Waiting State – उसके बाद जो users रेह गया है उन सभी user को Waiting state users कहा जाएगा। for example – ऊपर की इमेज का अगर सहारा ले तो में Waiting state users है – user 1, user 2, user 3 user 4.

Time-Sharing OS के कुछ विशेषताएँ – Features of Time-Sharing OS in Hindi

Time-Sharing OS के कुछ बेहतरीन features नीच में दी गई है –

  • इस OS यह feature खास है के इस OS में एक कंप्युटर को Multiple users एकसाथ इस्तेमाल कर सकते है।
  • Time Sharing OS में timer होता है जो विभिन्न users को सामयिक रूप से resource का उपयोग करने की अनुमति देता है।
  • इस OS का इस features कमाल का है, Users को अपने डेटा की सुरक्षा के लिए विभिन्न सुरक्षा स्तरों के तहत User ID, password और अन्य सुरक्षा प्रमाण पत्रों का उपयोग करने की अनुमति होती है।
  • Time Sharing OS में प्रत्येक उपयोगकर्ता को अपना personal user account मिलता है जिसके अंतर्गत वह अपने काम को संचालित कर सकता है। users को उनके निजी data, files, और resource का प्रबंधन करने की अनुमति मिलती है।
  • Last में assign की हुई task को ज्यादा समय तक wait नहीं करना परता है।
  • इस Operating System एकसाथ बहुत सारे tasks को easily process कर सकता है।

टाइम शेयरिंग सिस्टम के फायदे – Advantages of Time-Sharing Operating System in Hindi

  1. इस OS मे सभी task को process होने के लिए equal opportunity दिया जाता है।
  2. इस OS मे CPU response time कम होता है Multi Programming Operating system की तुलना मे।
  3. यदि limited time मे किसी टास्क की प्रकिया पूरी हो जाये, तो बाकी टास्क के बीच निर्धारित समय बढ़ जाता है।
  4. इस operating system को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है और इस OS User-friendly भी है।

टाइम शेयरिंग सिस्टम के नुकसान – Disadvantages of Time-Sharing Operating System in Hindi

  1. इस operating system का डाटा communication बहुत ही worst है।
  2. इस OS पर आप ज्यादा भरोषा नहीं कर सकते।
  3. इस ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादा मात्रा में resources का इस्तेमाल करता है।
  4. इसमें यूजर की डेटा सुरक्षित नहीं रहता है।

Time-Sharing Operating System को कहां इस्तेमाल किया जाता है – Where is time sharing operating system used

तो इस OS को इन सब जगह पर इस्तेमाल किया जाता है –

  • Government and Defense
  • Financial Institutions
  • Scientific and Computational Research
  • Web Hosting Services
  • Academic and Research Institutions

Conclusion

उम्मीद करता हूँ, आप इस note मतलब टाइम शेरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम – Time Sharing Operating System in Hindi ? को read करने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है।

Avik Ghara

मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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