हम इंसानों जब कुछ देखते है,सुनते है और पढ़ते है तो बह सब हमारे दिमाग में Store हो जाता है और जरूरत परने पर उसे याद भी कर लेते है। ठीक इसी तरह computer भी आपना डेटा या Information को store कर रखते है memory पर। इंसानों और computer Memory मे एक ही फारक है बह इंसान की memory का कोई Types नहीं होता लेकिन Computer मे होता है। और आज हम उसी कंप्युटर मेमोरी के एक types के बारे में बात करेंगे। और बह है volatile memory (volatile memory in Hindi)। तो चलिए शुरू करते है –
volatile memory क्या है – What is volatile memory in Hindi?
Volatile memory एक ऐसे प्रकार के मेमोरी है जो डाटा को तब तक maintence और saved करके रखते जब तक system में electric current रहता है। किसी बजह से अगर system से power cut हो जाता है तो तुरंत इस memory में सभी present erase या lost हो जाता है। इसका सबसे जाना पहचाना example है – RAM। तो चलिए अब हम जान लेते है कंप्युटर में क्यूँ इस volatile memory को इस्तेमाल किया जाता है ।

कंप्युटर में क्यूँ इस्तेमाल किया जाता है – Why do computers have volatile memory in Hindi?
देखिए दोस्तों, volatile memory का speed non-volatile memory (जैसे – hard disk, ROM) से ज्यादा होता है। तो system की overall performance को balanced रखने के लिए volatile memory महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
तो आपको ओर भी आसान भाषा में समझाता हूँ – देखिए दोस्तों, हमारे system में processor की speed सबसे fast होता है लगभग GHz में। और non-volatile memory (जैसे – hard disk, ROM) की speed होता है Megabyte में। तो आप इहाँ पे देख सकते हो CPU और Hard disk की speed में कितना अंतर है। तो इसी बजह से volatile memory को कंप्युटर में लाया गया है, जो इन दोनों device (CPU और Hard disk) के बीच जो speed का फासला है उसको कम किया जाए और system की overall performance को balanced किया जाए। तो और बात इहाँ पर बता देता हूँ volatile memory जैसे RAM की स्पीड MHz में होता है।
volatile memory के प्रकार – Types of Volatile Memory in Hindi
Volatile memory दो प्रकार के होते है –




- Static RAM
- Dynamic RAM
Static RAM क्या है
SRAM काम full form है Static Random Access Memory। यह भी एक तरह की RAM ही होता है। और इसका काम DRAM की तरह ही है, मतलब डाटा को temporary based पर आपने store करके रखना और processor को देना। but इस SRAM मे जो डाटा रहता है बह डाटा स्थिर रहता है, उस डाटा मे ज्यादा changes नहीं होता है।
इसलिए इस RAM का नाम Static रखा गेआ। Static शब्द का अर्थ ही होता है स्थिर। इस मेमोरी का काम होता है जो डाटा प्रोसेसर को बार-बार जरूरत पड़ती है (काम करने के समय) उस डाटा को Store करके रखना और जरूरत पढ़ने पर उस डेटा processor को देना। और इस SRAM को Cache Memory के नाम से जाना जाता है।
Static RAM को और भी आसान भाषा या details में समझने के लिए इस article को पढ़ो – CACHE MEMORY क्या है? (WHAT IS CACHE MEMORY IN HINDI) BEST EXPLANATION
Dynamic RAM क्या है
DRAM :-Normally हमारे mobile या computer मे जो Physical RAM रहते है और हम सब RAM का मतलब जिस चीजको समझते है उसको RAM नहीं, DRAM कहा जाता है। DRAM का Full Form होता है Dynamic Random Access Memory। इस RAM को Dynamic RAM इसलिए बोला जाता है। क्यूंकी इस RAM मे जो डाटा रहता है बह डाटा Time to Time change होता रहता है। Dynamic शब्द का अर्थ ही होता है चलायमान। अर्थात हमेशा परिवर्तित होते रहना। इसलिए इस RAM को लगातार Refresh करना पडता हैं।
Dynamic RAM को और भी आसान भाषा या details में समझने के लिए इस article को पढ़ो – RAM क्या है(WHAT IS RAM IN HINDI) और कैसे काम करते है ?
volatile memory के Advantages – Advantages of Volatile Memory in Hindi
- यह कम space में install हो जाता है।
- इस memory का speed सभी memories से fast होता है।
- यह non-volatile memory के तुलना में कम power consume करता है।
- पूरा System का performance mainly depends करता है Volatile Memory के ऊपर।
- यह ही है जो overall system की performance को balanced करता है।
volatile memory के Disadvantages – Disadvantages of Volatile Memory in Hindi
- किसी बजह से अगर system से power cut या restart हो जाता है तो तुरंत इस memory में सभी present erase या lost हो जाता है।
- यह कम amount of data और information को store करके रखता है।
- इस प्रकार के मेमोरी डाटा को temporarily based पर store करके रखते है।
- इसमे present डाटा frequently refreshed करना पड़ता है।
- यह बहुत expensive होता है।
Non-volatile memory क्या है- What is Non-Volatile Memory in Hindi
यह एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी होती है जो डेटा को सुरक्षित रखती है जब भी सिस्टम में power supply नहीं होती है। इन memory को permanent memory भी कहते है। Non-Volatile memory में जो data रहता है वो permanent रहता है जब तक की हम उस data को खुद से delete न करे। उदहारण के लिए, हमारे कंप्यूटर की hard disk एक non-volatile memory होती है।
Volatile और Non-volatile memory के बीच की अंतर – Differences between Volatile and Non-volatile memory in Hindi
Volatile और Non-volatile memory दोनों ही कंप्यूटर की मेमोरी होती हैं और दोनों की कार्यक्षमता, गुण और उपयोग एक दुसरे से भिन्न हैं. Volatile और Non-volatile memory मेमोरी के बीच अंतर को हमने नीचे सारणी के द्वारा आपको बताया है-




Volatile Memory | Non-Volatile Memory |
---|---|
Volatile memory एक ऐसे प्रकार के मेमोरी है जो डाटा को तब तक maintence और saved करके रखते जब तक system में electric current रहता है। किसी बजह से अगर system से power cut हो जाता है तो तुरंत इस memory में सभी present erase या lost हो जाता है | यह एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी होती है जो डेटा को सुरक्षित रखती है जब भी सिस्टम में power supply नहीं होती है। इन memory को permanent memory भी कहते है। |
नॉन – वोलेटाइल की तुलना में वोलेटाइल मेमोरी फ़ास्ट होती है. | नॉन वोलेटाइल मेमोरी वोलेटाइल मेमोरी की तुलना में Slow होती है. |
यह non-volatile memory के तुलना में कम power consume करता है। | यह volatile memory के तुलना में ज्यादा power consume करता है। |
volatile memory का सबसे best example है RAM | 4. nonvolatile memory का सबसे best example है Hard disk, ROM |
volatile memory का डाटा transfer speed बहुत fast और easy है। | और दूसरी तरफ non-volatile memory का डाटा transfer speed बहुत slow और difficult है। |
वोलेटाइल मेमोरी Direct CPU से communicate करता है । | non-volatile memory Direct CPU से communicate नहीं कर सकता है । |
volatile की storage क्षमता कम होती है. | Non-volatile मेमोरी की storage क्षमता ज्यादा होती है. |
Conclusion
उम्मीद करता हूँ, आप इस note मतलब volatile memory क्या है, प्रकार और क्यूँ इस्तेमाल किया जाता है को read करने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है।




मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।