Hub क्या है और क्यूँ आज के समय में नेटवर्क में इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है – hub in Hindi

Hub in Hindi

देखिए दोस्तों आज के समय में किसी भी नेटवर्क में हब का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और अगर हो रहा तो बह बहुत ही कम जगह पर हो रहा है, यह तो fact है। हब का इस्तेमाल पहले किया जाता था जब switch का implement नहीं हुआ था। फिर भी आज हम Hub के बारे में जानेंगे और यह शिखने की कौसिस करेंगे Hub क्या है, Hub कितने प्रकार के होते है, क्यूँ इसका इस्तेमाल नेटवर्क में नहीं किया जाता है, इसका Advantages as well as इसका Disadvantages क्या है, और आखिर में जानेंगे Hub और switch के बीच क्या differences है। तो चलिए शुरू करते है –

  1. NETWORK SWITCH क्या है और यह क्यूँ NETWORK में VALUABLE है – SWITCH IN HINDI

Hub क्या है – Hub in Computer network in Hindi

Hub एक Physical Layer में काम करने बाली एक networking device है। जिसका काम है बहुत सारें कंप्यूटरों या अन्य networking devices को network के साथ जोड़ना और उन सभी devices को एक दूसरे के साथ data sharing और communication established करने की अनुमति प्रदान करना। लेकिन Hub एक Non-intelligent device है। क्यूँ हम ऐसा केह रहे है उसकी बजह यह है Hub के पास जब कोई डाटा जाता है बह डाटा Hub network में present सभी कंप्युटर को Broadcast कर देता है।

Hub in Hindi

आपको और भी आसान भाषा में समझाता हूँ network मे hub एक problem create करता है। मान लीजिए एक network मे 6 computers लगी हुई है, आप अगर personally कंप्यूटर 1 से कंप्यूटर 2 को कुछ डेटा भेजना चाहते हो, तो आप जैसे ही कंप्यूटर 1 से डेटा भेजोगे कंप्युटर 2 में, तो बह डाटा पहले hub के पास जाएगा । जैसे ही डाटा hub के पास जाएगा hub यह check नहीं करेगा उस डाटाका right destination क्या है, वह क्या करेगा उन डाटा को अन्य सभी कंप्यूटरों मतलब 2,3,4,5,6 पर भेज देगा। जैसे आप नीच की image पर देख रही हो –

Hub in Hindi

मतलब Hub network मे present सभी computers को broadcast कर देगा। उसके बाद जब सभी कंप्यूटर के पास उस message send हो जाएगा। तब कंप्यूटर 2 इन message को ले लेगा जबकि अन्य कंप्यूटर उस message को discard कर देगा। लेकिन अन्य कंप्यूटर अगर चाहे तो उस message को देख सकते है। अगर network मे Hub लगी हुई है तो आप किसी computer को personal message नहीं भेज सकते। यह hub के सबसे बड़ी drawback है। जिसके कारण इसको आज के समय में किसी भी जगह इस्तेमाल नही किया जाता है।

हब कौन से नेटवर्क में लगा होता है?

यह small, simple local area network (LAN) environments में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

Hub कितने प्रकार के होते हैं – Types of Hub in Hindi ?

तो चलिए hub के तीन अलग अलग types को देख लेते है –

  1. Passive Hub: यह एक साधारण नेटवर्क हब होता है जो डाटा share करने के लिए electronic signal का उपयोग करता है। और उस signal को बिना refresh किए जैसा है उसी स्थिति में आगे भेज देता है। और इसे कोई प्रकार की power supply की जरुरत नहीं होती है। Passive Hub OSI Model के physical layer पर काम करता है।
  2. Active Hub: इस हब मूल रूप से एक repeater की तरह काम करता है मतलब इस हब signal को पहले receive करता है फिर उसे boost करके आगे भेज देता है। लेकिन इस हब का खास बात है यह सभी signal को refresh करके आगे भेजता है, passive hub की तरह बिना refresh किए जैसा है उसी स्थिति में आगे नहीं भेजता है।
  3. Intelligent Hub:– इस हब एक्टिव हब और पैसिव हब से ज्यादा smart होते हैं। इसमें खास किस्म का एक software का इस्तेमाल किया जाता है जो नेटवर्क को अछि तरह से monitoring और management कर सकता है। लेकिन इस हब सिर्फ छोटे नेटवर्क में असरदार होता है।

हब के कुछ important Features – Features of Hub in Hindi

हब के कुछ important Features नीच में दी गई है –

  • computer network मे Hub बहुत सारें कंप्यूटरों और networking device को एक साथ जोड़ने और उन सभी device को आपस मे communicate कराने का काम करता है ।
  • Hub को LAN पर ही इस्तेमाल किया जाता है।
  • Hub के maximum 12 ports होते है। मतलब Hub के जरिए आप 12 कंप्युटर को Connect कर सकते हो।
  • यह device OSI model मे layer 1 (मतलब Physical layer) पर काम करता है।
  • यह device Half duplex मे communication करता है।
  • Hub एक non intelligent device है। मतलब Hub को जो डाटा मिलता है बह डाटा network मे present सबी computer को भेज देते है मतलब broadcast कर देते है। Hub के इस drawback के कारण Hub को network में इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

Hub के कुछ Application – Applications of Hub in Hindi

  • Hub को ज्यादातर small home networks में इस्तेमाल किया जाता है।
  • network monitoring करने के लिए इसको इस्तेमाल किया जाता है।
  • बहुत सारे organizations में network connectivity के लिए इसको इस्तेमाल किया जाता है।

Hub के फायदे – Advantages of Hub in Hindi

  • Hub अलग अलग types के Network Media को support करता है।
  • Hub device बहुत सस्ता है इसको जो कोई इस्तेमाल करता है।
  • hub में बहुत सारे different devices को connect करना आसान है।
  • network में Hub का मोजूदगी में भी network की performance में कोई नुकसान नहीं होता।
  • नेटवर्क में अगर hub installed है तो network को expand करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

Hub के नुकसान – Disadvantages of Hub in Hindi

  • इसके पास कोई ability नहीं है की बह network में डाटा को best path के जरिए destination address में ले जा सके।
  • पहले ही बता चुका हूँ Hub नेटवर्क में डाटा को broadcast करता है जिसकी बजह से नेटवर्क में collision पैदा करता है।
  • इसका सबसे बड़ा disadvantage है यह full-duplex mode में काम करता नहीं है, यह half-duplex mode में काम करता है।
  • इसके पास कोई capability नहीं है के यह network में traffic को अछि तरह managed कर सके।
  • इसके पास कोई capability नहीं है के various network architectures supports कर सके। जैसे – ring, token, ethernet, etc.

Hub और switch के बीच क्या differences है – Difference between hub and switch in Hindi

Switch के साथ साथ आप और एक device का नाम सुने होंगे बह है Hub। Hub Switch की तरह दिखने बाला एक device है और Switch की तरह ही devices को network में जोड़ने का करता है। लेकिन बह अब network में नहीं इस्तेमाल होता है क्यूंकी Hub के बहुत सारे disadvantages थे जिसके कारण इसको replaced करके Switch को लाया गया। Hub और Switch के बीच क्या अंतर क्या है उसको आप नीच में देख सकते हो –

S.No.HubSwitch
1.इस डिवाइस physical layer पर काम करता हैइस device OSI model के data link layer पर काम करता है।
2.Hub एक non intelligent device है। मतलब Hub को जो डाटा मिलता है बह डाटा network मे present सबी computer को भेज देते है मतलब broadcast कर देते है।Switch एक intelligent device है। switch डाटा को सही destination मे भेजता है। मतलब आप अगर कंप्यूटर 1 से कंप्यूटर 2 में कुछ डेटा भेजना चाहते हो तो switch कंप्यूटर 2 को ही डाटा भेजेगा,network मे present बाकी सारे computer को नहीं।
3.Hub half duplex transmission technique को follow करता है।और दूसरी तरफ switch full duplex transmission technique को follow करता है।
4.Hub कोई भी डाटा packets को filtering नहीं करता है।Switch सभी डाटा packets को filtering करता है ।
5.इसका speed सिर्फ up to 10 Mbps है।और switch का speed 1 Mbps, ले कर 10 Gbps है।
6.Hub मे सिर्फ 4 ports available है।और दूसरी तरफ switch में 24 to 28 ports तक available है।

CONCLUSION

उम्मीद करता हूँ, आप Hub क्या है और क्यूँ आज के समय में नेटवर्क में इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है?  इस notes को पूरा पढ़ने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है. और एक बात आपको अगर किसी भी topic पर जानकारी चाहिए,जो अभी तक मैंने cover नहीं की तो आप नीच में comment करके बह topic बता सकते हो। आपका topic clear करने की मैं पूरा कोशिश करूंगा।

Avik Ghara

मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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