cloud computing की इतिहास को बारीकी से जानिए

आज हम cloud computing की इतिहास को बारीकी से जानेंगे। मतलब कैसे इस cloud computing से services हम तक पहुंचा । तो इस चीज को शुरू करने से पहले हम जानेंगे Cloud Computing क्या है । तो चलिए शुरू करते है –

  1. CLOUD COMPUTING क्या है और  भविष्य में इसके Growth, प्रकार, BENEFITS को जानिए

Cloud Computing क्या है – what is Cloud computing in Hindi

Cloud computing internet में मिलने वाली एक ऐसा model या infrastructure है, जो पैसे की बदले में users को computing service provide करता है। उन services में सामिल है software, hardware, storage, networking, database, server, analytics, intelligence, etc. जैसी तरह तरह के services। और यह सब services internet की माध्यम से users को deliver किया जाता है।

तो आप सभी google drive के बारे में तो सुना ही होगा या आप इसे इस्तेमाल भी करते होंगे। google drive क्या करता है हम सभी को किसी data (like – photo, audio, document etc.) को store करने के लिए कुछ 15GB storage free में provide करता है। उस storage में हम आपने डाटा को store करने के लिए इस्तेमाल करते है। तो Cloud Computing के एक best example है – Google drive। तो इस तरह के बहुत services आप Cloud Computing के माध्यम से access कर सकते हो लेकिन उसके लिए आपको payments करना पड़ेगा।

लेकिन आज के समय जो Cloud Computing के services घर बैट के online में मिल रहा है बह services हम तक deliver करने में बहुत सारे difficulty को face करना पड़ा था। तो बह difficulty को हम इस article में discuss करने बाले है। मतलब आज हम cloud computing के Evolution के बारे बात करने बाले है –

Cloud Computing के इतिहास – Evolution of cloud computing in Hindi?

देखिए दोस्तों cloud computing का main concept एकदम से ही किसी इंसान या किसी organization के दिमाग में नहीं आया था। इसका concept या idea धीरे धीरे इंसान के दिमाग में developed हुआ था और यह 8 different stage में developed हुआ था । और कैसे increment हुआ था बह हम इस article में जानेंगे। तो चलिए Cloud computing की इतिहास को जान लेते है –

Evolution_of_Cloud_computing
geeksforgeeks.org

Distributed Systems

देखिए दोस्तों, Cloud computing का journey इस Distributed Systems से शुरू हुआ। तो पहले जान लेते है Distributed Systems होता क्या है – एक ऐसा centralize system जो बहुत सारे individual system की मेलबंधन से बनती है और जब कोई task इसमें process के लिए दिया जाता है तब उन सब task सभी computers में divide हो के process हो जाता है। खासतोर पर ईस system सभी computers के लिए एक main unit की रूप में काम करता है।

इस system का मैं purpose है आपने resources को effectively और efficiently share करना। इहाँ से Cloud computing का थोरा सा concept depicted हुआ की hardware या software resources को multiple computers में share किया जा सकता है। लेकिन इसका दो disadvantage थी – एक इसमें processing बहुत slow होता था और दूसरा आपने resources को same location में ही share करने के लिए capable थे।

Mainframe computing

Distributed Systems का एक problem को solve किया Mainframe computing। इस system को 1951 में introduced किया गया और इस सिस्टम massive input-output operations (such as online transactions) बहुत जल्दी और efficient तरीकों से process करते थे। और इसका कोई downtime नहीं नहीं था और यह fault tolerance भी था .लेकिन इस Mainframe computing का price बहुत ज्यादा था। और इसके कारण ज्यादा company इसको afford नहीं कर पते थे।

साथ ही साथ यह भी आपने resources को same location में ही share करने के लिए capable थे। और इस समस्या को हल करने के लिए और दो types के कंप्यूटिंग को जन्म दिया और वे थे- क्लस्टर कंप्यूटिंग और ग्रिड कंप्यूटिंग।

Cluster computing 

Cluster computing में क्या हुआ first time इस system में network से जुरने का facility था और इसका bandwidth भी बहुत ज्यादा था। जिसके कारण इस system बहुत ही जल्दी एक जगह से दूसरे जगह में डाटा को transfer कर पते थे। और इस computing में किसी भी नई Node या server को आसानीसे add किया जा सकता था। इस Cluster computing का और एक major benefit यह था के इस system का price बहुत कम था Mainframe computing से। जिसके कारण सभी company के लिए यह affordable हो गया। लेकिन भौगोलिक प्रतिबंधों से संबंधित समस्या अभी भी बनी हुई थी।

Grid computing 

और लगभग 1990 में जब Grid computing को market लाया गया तब जाके same location बाली समस्या का हल हुआ। मतलब severs या nodes को location जहां पर भी हो network की माध्यम से उस severs या nodes की recourse (मतलब software, hardware, storage, networking, database, server, analytics, intelligence, etc. ) को इस्तेमाल किया जा सकता था। और इसी कारण की बजह से Grid computing को cloud computing का Successor भी माना जाता है।

Web 2.0

ऊपर की सारे commuting system ने तो cloud computing के plot को तैयार कर दिए थे। अब आई उस services को deliver करने के बारी। इस Web 2.0 में cloud computing के services को users के सामने  interactive या पस्तुत किया गया। Web 2.0 के सबसे लोकप्रिय उदाहरणों में Google Maps, Facebook, Twitter, etc. शामिल हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि cloud computing की बजह से ही सोशल मीडिया का existence है । 2004 में बाद इस cloud computing और भी लोकप्रिय होने लगे।

Service orientation 

ऊपर के सारे process होने बाद cloud computing के जीतने भी services है (जैसे –  software, hardware, storage, networking, database, server, analytics, intelligence, etc.) बह अब available हो गया।

Utility computing

यह एक कंप्यूटिंग मॉडल है जो अन्य प्रमुख सेवाओं जैसे software, hardware, storage, networking, database, server को उपयोगकर्ता आपने आवश्यकता के आधार पर इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन users को इन सारे services को इस्तेमाल करने की बदले में पैसे देना परता है। यह एक pay-per-use basis पर काम करता है।

लेकिन सन जब 1961 था तब MIT के एक engineer उसका नाम था John MacCharty एक भाषण में सुझाव दिया कि computing services (Hardware या software ) को utility की तरह बेचा जा सकता है। मतलब आपको अगर सरल शब्दों में समझाऊं तो आप ऐसे समझिए की हमारे country में जिस तरह water और electricity को बेचा जाता है ठीक उसी तरह इस computing services को बेचा जा सकते है। और John MacCharty का इस सुझाव एक brilliant Idea था । किन्तु आवश्यक resources न होने की वजह से उस समय में इस idea को implement करना possible नही हो पा रहा था।

लेकिन अब बह चीज possible हुया। और इस cloud computing में पहला चरण रखा Marc Benioff ने। इस Gentlemen ने सबसे पहले applications servicing start किया तब जो computing services को बेचा जा सकता है उस सपना सच हो गया था। Marc Benioff ने क्या किया एक website को launched किया जिसका नाम था Salesforce.com, और इस website में applications को servicing या बेचना start कर दिया।

और उसके बाद धीरे धीरे और भी services मिलने लगे। जैसे 2002 में, Amazon ने Amazon Web Services की शुरुआत किया जिसमे storage, computation और human intelligence जैसी services को बेचना start किया।

Evolution of Cloud Computing in Hindi

और आप अगर Amazon Web Services की website में जाते हो तो आपको नजर में आ जाएगा cloud computing के तरह तरह के services। जैसे आप image में देख रही हो.

CONCLUSION

उम्मीद करता हूँ, आप cloud computing की इतिहास को बारीकी से जानिए – Evolution of cloud computing in Hindi?  इस notes को पूरा पढ़ने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बहुत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है. और एक बात आपको अगर किसी भी topic पर जानकारी चाहिए,जो अभी तक मैंने cover नहीं की तो आप नीच में comment करके बह topic बता सकते हो। आपका topic clear करने की मैं पूरा कोशिश करूंगा।

Avik Ghara

मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।

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