सभी operating systems में से सबसे fast operating system है Linux। और आज हम उसी Linux के इतिहास के बारे में बात करेंगे। तो चलिए शूरए करते है –
लिनक्स की पूरी इतिहास – History of Linux in Hindi
Linux operating system का अविष्कार हुआ सन 1991 और उसके आविष्कारक का नाम है Linus Torvalds। उसी के नाम से इस os का नाम Linux आया। आपको अगर लिनक्स का पूरी इतिहास जानना है तो आपको कुछ साल पीछे जाना पड़ेगा। तो चलिए कुछ साल पीछे जाकर लिनक्स की पूरी इतिहास जान लेते हैं।
UNIX के इतिहास – History of UNIX in Hindi
सन 1964 में जब operating system का अविष्कार नहीं हुआ था तब Bell laboratory (New Jersey) के कुछ scientist एक ऐसा operating system बनाना चाहते थे जिसमे multiuser एकसाथ काम कर सके। और इसी भावना को कमियाब बनाने के लिए इन सब scientist ने एक project start किया। किन्तु चार पांच साल इस project के ऊपर काम करने के बाद इस project को बंद कर दिया। क्योंकि सब scientist ने सोचा के इस project को अंजाम तक ले जाना Possible नही होगा।
यहां पर कहानी खत्म नहीं हो जाता है। इसके बाद उसी laboratory के दो scientist जिसका नाम ken Thompson और Dennis Ritchie ने इस project को फिरसे Start किया। और कुछ साल इस project के ऊपर काम करने के बाद इस दो scientist ने उस project को अंजाम तक ले गया। और दोनो ने एक multiuser operating system तैयार किया । जिसका नाम UNICS रखा गया और बाद में बह ही नाम UNIX बन गया। ओर इस ऑपरेटिंग सिस्टम बिलकुल free था। मतलब इनका जो source code था बह एकदम free of cost था। किसी programmer अगर चाहे तो उस code को use करके अपना ऑपरेटिंग सिस्टम बना सकता था।
और इसी source code का फायदा उठाया बहुत सारे companies। UNIX के codes को इस्तेमाल करके IBM ने अपना os बनाया AIX के नाम पे , apple ने MAC OS, Sun system ने sun Solaris, और HP ने UX os को बनाया। और बहुत सारे साइंटिस्ट का मानना है Linux भी इसी OS की source code से बनी हुई है। किन्तु यह बात कई हद तक गलत है।
Linux के इतिहास – History of Linux in Hindi
अब main कहानी में आते हैं 1991 में University of Helsinki के एक student जिसका नाम था Linus Torvalds बह UNIX project की source code को इस्तेमाल करके एक operating system बनाना चाहते थे। किन्तु उन्होंने देखा UNIX के source code बहुत पुराना हो चुका है और उसके new version भी बहुत आ गया है। किंतु उस new version के source code free नही था उसको खरीदना पड़ता था। और बह source code बहुत महंगे थे। और यह सब देखकर उनके मन में ख्याल आया के मैं अगर कोई ऑपरेटिंग सिस्टम बनाऊंगा तो बह operating system एकदम free of cost रखूंगा।
ऐसा बहुत सारे साइंटिस्ट या researcher यह कहते है UNIX से ही Linux का जन्म हुआ। किंतु यह बात सही नहीं है। Linux operating system को बनाने के Linus Torvalds UNIX को तो पढ़ा था किंतु यह नहीं के UNIX के सारा का सारा source code Linux में copy किया गया है।
Linus Torvalds ने UNIX से ज्यादा जिसको follow करके Linux operating system को बनाया बह थे minix os। और इस minux os को बनाया Andrew S. Tanenbaum ने। Linus Torvalds ने इसी minix os पढ़ा और इसको अपना बुनियाद बनाया और अपना operating systems ready किया। और अब बारी आता है इस os की नामकरण के, तो इस new OS का पहले रखा गया‘Freax’ लेकिन बाद में इस OS नाम Linux है। Linus Torvalds Linux operating system को बनके free of cost कर दिया, ताकि सभी programmers Linux की Code को इस्तेमाल कर सके।
और आज के समय में इस Linux OS को पूरे world में इस्तेमाल किया जाता है । अगर इटेमाल की बात करे तो दुनिया भर के 2.76% desktop computers में Linux इस्तेमाल हो रहा है। दुनिया की more than 90% supercomputers Linux run हो रहा है. और तो और आपका mobile में भी Linux चल रहा है। दुनिया में 71.85% mobile devices में Linux चल रहा है।
हम जानता है आपके मन में यह सवाल आ रहा है, मैं तो आपने mobile में android इस्तेमाल करता हूँ Linux तो इस्तेमाल नहीं करता हूँ। लेकिन Android एक Linux based OS है, मतलब Linux की source code को इस्तेमाल करके Android को बनाया गया है। और यह था Linux operating system का पूरा इतिहास।
CONCLUSION
उम्मीद करता हूँ, आप लिनक्स की पूरी इतिहास – History of Linux in Hindi? इस notes को पूरा पढ़ने के बाद आपका सभी confusion clear हो गेया है और इस note से बोहत कुछ शिखने को मिला है। परन्तु यदि आपको इस पोस्ट में किसी जानकारी का अभाव लगता है या आपके पास इससे सम्बंधित कोई सवाल है. तो कृपया नीचे comment कर हमें जरूर बताये. आपके सुझाव हमारे लिए बहुत मायने रखते है. और एक बात आपको अगर किसी भी topic पर जानकारी चाहिए,जो अभी तक मैंने cover नहीं की तो आप नीच में comment करके बह topic बता सकते हो। आपका topic clear करने की मैं पूरा कोशिश करूंगा।
मेरा नाम Avik, मैं IT Intelligance का Author हूँ। और वर्तमान समय में मैं George Telegraph Training Institute में Computer Hardware & Networking Engineering का शिक्षक हूँ। और शिक्षक होने के नाते मुझे कंप्युटर और नेटवर्किंग के बारे में सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है।